Rahul Gandhi, भारतीय राजनीति में अक्सर आलोचित और अवमानित किया जाने वाला, हाल ही में अपने राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन देखा है। तीन लगातार चुनाव हारने के बाद, गांधी ने न केवल अपनी प्रतिष्ठा को बढ़ाया है बल्कि अपनी पार्टी, कांग्रेस, को अंधकार से बाहर ले जाने में भी सफल रहा है। हाल ही में, उन्हें भारत की संसद में प्रमुख विपक्षी नेता के रूप में नामित किया गया है, जिससे उन्हें और उनकी पार्टी को देश की विधायिका कार्यक्रम को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका मिली है। यह नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए पहली महत्वपूर्ण संसदीय परीक्षा के समय आती है, जिसमें गांधी के नेतृत्व और रणनीतिक कौशल की जांच की जाएगी।
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